आप पर हैं : उद्देश्य
उद्देश्य
१ . देवनागरी लिपि और राष्ट्रभाषा हिंदी का व्यापक प्रचार - प्रसार और हिंदी भाषा
एवं साहित्य का संवर्धन ।
२ . हिंदी के माध्यम से राष्ट्र की भावनात्मक एकता और
अखंडता का परिपोषण ।
३ . राष्ट्रीय शिक्षा - पद्धति के अंतर्गत हिंदी के माध्यम से प्राथमिक से लेकर उच्चतर
स्तर तक की शिक्षा के लिए शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना और संचालन ।
४ . हिंदी भाषा और साहित्य के उन्नयन के साथ - साथ देश की हिंदीतर भाषाओं से संपर्क
और पारस्परिक आदान - प्रदान एवं बिहार और झारखण्ड की अन्य क्षेत्रीय और
जन - जातीय भाषाओं से संपर्क - सहयोग ।
५ . भाषा , साहित्य , कला और संस्कृति के
माध्यम से लोक - जीवन में जागृति ।
६ . देश - विदेश में हिंदी का प्रचार - प्रसार करनेवाली संस्थाओं से पारस्परिक संपर्क और
सहयोग । अन्य विदेशी भाषाओं से भी हिंदी को समन्वित करने का प्रयास ।
७ . प्रवेशिका , साहित्यभूषण और साहित्यालंकार ( क्रमशः मैट्रिक , आईo एo और बीo एo के
समकक्ष मान्यता प्राप्त ) परीक्षाओं का संचालन ।

